मुख्य कोरेंटीन सेंटर पर बनाया जाए सैंपल कलेक्शन बूथ सेंटर - अभी सिर्फ जिला संयुक्त अस्पताल में बना है कि बूथ कलेक्शन सेंटर - अधिकारियों की खींचतान में बंद कर दिया गया है बूथ माई सिटी रिपोर्टर गाजियाबाद। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य कोरेंटीन सेंटरों पर भी सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए जाने का निर्देश जारी कर रहे हैं, वहीं जिले में संचालित एक मात्र सैंपल कलेक्शन सेंटर भी चिकित्सकों एवं अधिकारियों के अहम के बीच बंद कर दिया गया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आदेश जारी किया है कि मुख्य कोरेंटीन सेंटर एक सैंपल कलेक्शन बूथ बनाया जाए। इस बूथ पर सुबह 8 बजे से सायं 8 बजे तक सैंपल लेने की व्यवस्था की जाए। कोरेंटीन सेंटर में तब्लीगी जमात से आए समस्त लोगों को अलग कोरेंटीन सेंटर में रखा जाए। इसके साथ ही 15 मार्च के बाद विदेश से लौटे अथवा ऐसे लोगों के संपर्क में रहे लोगों को, जिन्हें खांसी, बुखार तथा सांस लेने में तकलीफ के लक्षण प्रकट हुए हों उन्हें कोरेंटीन में रखा जाएगा। सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बताया शासनादेश में इसके अलावा ऐसे लोगों के निकट संपर्क में रहे लोगों को कोरेंटीन में तब तक रखे जाने के आदेश दिए हैं जब तक उनकी जांच रिपोर्ट आ जाए। स्वास्थ्य कर्मियों की भी जांच में न की जाए लापरवाही चिकित्सालयों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी, जो कोविड-19 मरीज की सेवा में रहे हों, एवं उनमें लक्षण प्रकट हुए हों, अथवा जिन स्वास्थ्य कर्मियों ने सुरक्षात्मक उपायों की अनदेखी की हो। इसके साथ ही प्रमुख सचिव ने क्वेरेंटाइन स्थल को दो भागों में विभाजित करने के आदेश दिए हैं। एक भाग में ऐसे लोगों को भर्ती किया जाए, जिनमें लक्षण प्रकट हुए हों और दूसरे भाग में ऐसे लोगों को भर्ती किया जाए जिनके संक्रमित होने की आशंका हो, लेकिन लक्षण प्रकट न हुए हों लेकिन लक्षण प्रकट होने पर दूसरे भाग में भर्ती व्यक्ति को तत्काल पहले भाग में शिफ्ट कर दिया जाए। क्वेरेंटाइन सेंटर में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि दो बिस्तरों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी अवश्य रहे। प्रमुख सचिव की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जांच में पॉजीटिव आने वाले व्यक्ति को तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाए। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण से बचाव के लिए दिए गए निर्देशों को अक्षरशः पालन करें। इसके साथ ही कोरेंटीन सेंटर का कीटाणु शोधन करने के लिए रोजना दो बार मॉपिंग करने हेतु ब्लीचिंग घोल का प्रयोग किया जाए।
मुख्य कोरेंटीन सेंटर पर बनाया जाए सैंपल कलेक्शन बूथ सेंटर